सोयाबीन की नई किस्म 1569. . सोयाबीन की नई किस्म 1569

 
सोयाबीन की नई किस्म 1569 सोयाबीन की शीघ्र पकने वाली किस्म जेएस 9560 95-60 की बोवनी जून के द्वितीय सप्ताह में हुई है, सबसे पहले परिपक्वता के लिए अग्रसर हैं। ऐसी स्थिति में सोयाबीन की

11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. इस सोयाबीन की किस्म soybean best variety को ईजाद करने के लिए लगातार 10 वर्षो तक रिसर्च किया गया इसमें R. About Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Terms Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Termsमटर की आईपीएफडी 2014-2 (ipfd 2014-2) किस्म. सोयाबीन की तीन नई किस्मों को मध्य प्रदेश में मंजूरी मिली. 1712, पी. ए. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. सोयाबीन बुवाई के लिए खेत की तैयारी. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के. मक्का खरीफ की प्रमुख फसल है।दक्षिणी राजस्थान में इसे खाद्यान्न के रूप में उपयोग किया जाता है। मक्का की उन्नत किस्म का विकास अखिल भारतीय समन्वित. एन. org. सोयाबीन की फसल में कीट एवं खरपतवार का नियंत्रण-देश में कई राज्यों में खरीफ सीजन में सोयाबीन की खेती की जाती है। सोयाबीन की बुवाई. -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: [email protected] Cultivation (फसल की खेती) Horticulture (उद्यानिकी) Animal Husbandry (पशुपालन) Farming Solution (समस्या – समाधान) Mandi Rate (मंडी रेट) Industry News (कम्पनी समाचार) Government Schemes (सरकारी योजनाएं)Thursday, 4 August, 2022सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. सोयाबीन की खेती (Soyabean ki kheti) लगभग सभी देशो मे की जाती हैं जैसे – जापान, भारत, चीन एवं ब्राजील आदि। विश्व का लगभग 60 प्रतिशत सोयाबीन का उत्पादन अमेरिका. . मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में. सोपा के मुताबिक चालू फसल सत्र 2019-20 में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89. आंध्र प्रदेश. 80 से. आर. बड़े आकार वाली किस्म 9560 को 3 सेमी तक गहराई में बोना चाहिए. Soyabean New variety 2023 : इस समय किसान साथी खरीफ फसल की बुवाई की तैयारी में लगे हुए हैं। इसी बीच किसानों हेतु NRC की नई किस्म को मंजूरी दी गई है। ये सोयाबीनविगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. सोयाबीन RVS 2001-4 की विशेषताएं. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. क्योंकि चना की कई ऐसी किस्में है जिनकी अलग-अलग पैइस सोयाबीन की किस्म soybean best variety को ईजाद करने के लिए लगातार 10 वर्षो तक रिसर्च किया गया इसमें R. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. 335, डी. आर. इसका मतलब यह हुआ कि मटर की नई किस्म 20 दिन पहले ही तैयार हो जाएगी. लाल भिंडी की उन्नत खेती से होगा किसानो को. Improved variety of soybean 2022 देश में विकसित सोयाबीन की 10 नई किस्मों की खेतों में बुवाई करने से किसानों को मिलेगी अधिक पैदावार. दुपारे ने बताया कि सोयाबीन की ‘एनआरसी 150’ किस्म प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है और कुपोषण दूर करने के लक्ष्य के साथ विकसित की. , जबलपुर द्वारा विकसित. -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: soyextn@gmail. एनआरसी 147. अगर भोजन में नॉनवेज (मांस) की सभी अच्छाइयों को उसके बिना नुकसान से पाना चाहते हैं तो सोयाबीन की बड़ी (Soyabean Chunks) से बेहतर कोई आहार नहीं है. Home. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. अनु. यह कम से कम लॉजिंग-प्रोन है और जल्दी बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त है. 1. तिल की नई किस्म कांके सफेद की विशेषता और लाभ. एस. यहां पर किसान आज से नहीं लगभग पिछले 100 साल से सोयाबीन की खेती कर रहे हैं और लोगों को उसका फ़ायदा उठाने का. . Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के सपने और उनकी सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्‌टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. सोयाबीन की बुआई करने से पहले किसानों को सबसे पहला काम खेत को तैयार करना होता है। जिस खेत में इसकी फसल बोई जानी है उसे कल्टीवेटर से. . फसलों में विषाणु रोगों के प्रकोप से काफी नुकसान होता है। विषाणु. 5, 5. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म Best 10 Soyabean Variety 2023 for MP में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. सोयाबीन की इस किस्म की बुआई का सही समय 15 जून से 30 जून तक है. तिल की नई किस्म कांके सफेद 75-80 दिनों की अवधि की फसल है। इसकी उपज क्षमता 4-7 क्विंटल प्रति. 12 मार्च को भारत सरकार आरवीएसएम 2011-35 प्रजाति को अनुमोदित करेगी | dainikbhaskarसोयाबीन पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की वार्षिक समूह बैठक बुधवार को संपन्न हो गई। अंतिम दिन सूक्ष्म जीव. Kds 726 (फुले संगम) वैरायटी खरीदने के पहले यह बात जरूर जान लें. 9560 (js 9560) सोयाबीन किस्म जे. 16 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सीएनएच ने आईसीएआर-सीआईटीएच श्रीनगर के साथ किया एमओयू – सीएनएच ने भारत में फलों की तुड़ाई तकनीक के संबंध में. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. मक्का. सोयाबीन की प्रताप सोया-1 (आरएयूएस 5) किस्म. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. सोयाबीन का दही बड़ा. में सोयाबीन. सोयाबीन का अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिये किसान प्रमाणित बीज का ही उपयोग करें तथा उचित बीजोपचार उपरांत ही बोनी करें। बीज को. रसों की पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए उपयुक्त अधिक उपज देने वाली एंव कम अवधि में पक कर तैयार हो जाने वाली किस्में नीचे तालिका में दी गई हैं।Soybean Farming in Hindi – भारत और पूरी दुनिया में सोयाबीन की खेती (Soybean Ki Kheti) की जाती है। सोयाबीन की खेती का इतिहास (History of soybean cultivation) बहुत ही पुराना है। सबसे पहले सोयाबीन की. नई दिल्ली। देश के सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों के लिए एक अलर्ट मैसेज जारी किया है। इस मैसेज के मुताबिक बैंक की कुछ सेवाएं लगातार. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. जल्दी पकने वाली जीरा की नई किस्म सीजेडसी – 94 September 6, 2021 November 20,. डॉ. सोयाबीन की इस किस्म (Soyabean New Variety) के बारे में बताये तो सोयाबीन की इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद तथा फलिया फ्लैट होती है। यह. लखनऊ। हर वर्ष मोजेक वायरस की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर फसल खराब हो जाती है, लेकिन हाल ही में खोजी गई नई किस्मों में इस वायरस का कोई असर नहीं हो सकेगा। इन पर. सोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407. सोयाबीन एमएसीएस 1407 : यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. 20 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सोयाबीन के रेट में बढ़ोतरी, किसानों को न्यूनतम 5400 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचने की सलाह – किसानों को सुझाव है कि. बुवाई के लिए सीड कम. डार्क मोड. क्या है बिरसा सोयाबीन-4 किस्म की विशेषताएँ. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. 1634 किस्म की विशेषताएं जानें. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. 5 bathrooms. K(रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. 21 तथा फुले कल्याणी आदि की बुवाई करें। रबी एवं गर्मी में सोयाबीन की. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. की तुलना में काफी कम है । अकेले मालवा जलवायु क्षेत्र में सोयाबीन का क्षेत्रफल लगभग 22 से 25 लाख है, अच्छादित है । इससे स्पष्ट है, कि. com. देश में तिलहन फसलों का. आंध्र प्रदेश. 8 अगस्त 2022, सोयाबीन के प्रमुख रोग एवं उनका प्रबंधन – खरीफ ऋतु में उगाई जाने वाली सोयाबीन पर रोगव्याधि की. Zillow has 50 photos of this $1,692,500 6 beds, 4 baths, 4,023 Square Feet single family home located at 1569 Arrow Rd, Victoria, BC V8N 1C8 built in. . अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. अर्जेंटीना में सोयाबीन ( Global Production of Soyabeans 2022-23) उत्पादन वर्ष 2022 – 23 में सोयाबीन उत्पादन 5. के. Livesoyabean js 2098 Verity jankari #farming#kisan#js2098#agrifarming#indianfarmer#khetikisan#jaykisanकृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत आयोजित समूह प्रथम पंक्ति प्रदर्शनों (तिलहन) में सोयाबीन फसल की नवीन उन्नत किस्म. इससे किसानों की आय भी. सोयाबीन किस्म nrc 157 की विशेषताएँ . सोयाबीन की टॉप 7 किस्म : जुलाई के पहले सप्ताह में करें बुआई, होगी बंपर पैदावार 03 July, 2023हरित क्रांति-कृषोन्‍नति योजना . सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. सीहोर नवदुनिया प्रतिनिधि किसान उन्नात फसल और ज्यादा पैदावार. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. सिंह ने जानकारी दी कि पूसा बासमती-1509 को सुधारकर पूसा बासमती-1847 किस्म विकसित की है। 125 दिन की परिपक्वता है और अन्य गुण 1509 समान है. डॉ. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ? सोयाबीन किस्म जे. देश में तिलहन फसलों का. सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्‌टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. सी. सोयाबीन की शीघ्र पकने वाली किस्म जेएस 9560 95-60 की बोवनी जून के द्वितीय सप्ताह में हुई है, सबसे पहले परिपक्वता के लिए अग्रसर हैं। ऐसी स्थिति में सोयाबीन की. हल्के तेलों की बढ़ती मांग के बावजूद बेपड़ता कारोबार के कारण बीते सप्ताह देश के प्रमुख तेल-तिलहन बाजारों में सोयाबीन, सरसों, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन. सोयाबीन की खेती कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – भारत में भी यह खेती बड़े पैमाने पर खरीफ फसल के रूप में की जाती है | यह फसल आमतौर पर 90- 100 दिन मे तैयार हो जाती है. अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म – सोयाबीन की खेती में, किसानों को अधिक उपज देने वाली किस्म की. सीहोर. मानसून की बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सोयाबीन Soybean Farming 2023 की कौन सी किसमें उपयुक्त रहेगी / अच्छी पैदावार देगी जानिए. अनु. हेडगेवारसोयाबीन की सबसे बेस्ट वैरायटी - आरकेएस 24 (RKS 24) Soybean Variety है। सोयाबीन की उन्नत किस्म उत्तरी पहाड़ी - हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड क्षेत्र के. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. के. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: लहसुन की उन्नत उत्पादन तकनीकी – लहसुन एक कन्द वाली मसाला फसल है। इसमें एलसिन नामक तत्व पाया जाता है जिसके कारण इसकी एक खास गंध एवं तीखा. अधिक उपज देने वाली गेहूँ की किस्म DBW 93 October 19, 2022. 1. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी पूसा बासमती 1692 धान की किस्म धान की फसल में शीथ ब्लाइट का प्रकोप, कैसे करें उपचार ; भारतीय. इससे किसानों की आय भी. वी. मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में डॉ. के. विश्व स्वास्थ्य दिवस और भारत की भूमिका; जन्मतिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ( इस वर्ष 22 मार्च) पर विशेष- हिंदू राष्ट्र विचारक- डॉ. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. 23K views, 605 likes, 2 loves, 12 comments, 24 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: 3 एकड़ सोयाबीन कमाई लाखो की || सोयाबीन की वैरायटी ने मचा. आज 1569 सोयाबीन को निकाला जिसका काफी अच्छा एवरेज निकला #जय किसान jay kisan. मूंग की अधिक उपज देने वाली किस्म आईपीएम 410-3. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. के. सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी. श्वेत क्रांति ने कमोबेश यही भूमिका दुग्ध उत्पादों के मामले में निभायी है। लेकिन, तिलहन के मामले में देश अभी भी अपनी आवश्यकता की पूर्ति से काफी पीछे है. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. सोयाबीन की कुछ विशेष प्रजातियाँ हैं, जैसे जे. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newनई दिल्ली. यह नई वेरायटी मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्वी राज्यों की माटी के लिए. सोयाबीन: 5130/- क्विंटल: सरसों: 4900 के आस-पास: तिल्ली / तिल बीज: 13780/q के आस-पास: अंगूर की बेल कैसे लगाएं: केसर की खेती कब और कैसे करें: मूंगफली: 7550. सी. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. This home is currently off market - it last sold on July 26, 2022 for $1,225,000. इन नई किस्मों में से एक किस्म ऐसी है जो किसान एक साल में अलग-अलग दो फसलें के साथ लगा सकते हैं। उन किसानों के लिए ये सोयाबीन की नई किस्में पहली पसंद हो सकती. महाराष्ट्र. सोयाबीन की नई किस्म किसान 228 कहां से खरीदें ।कृपया बताए। धन्यवाद।मो 9993100807 RS. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. मटर की इस किस्म को 2018 में विकसित किया गया। यह किस्म बुवाई के बाद करीब 105 से 110 दिन की अवधि में तैयार हो जाती. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. चना जॉकी की किस्म की अच्छी अंकुरण क्षमता है एवं फैलाव वाले गुणों के कारण इस चने की किस्म की बीज दर 85 से 100 किलो प्रति हेक्टेयर में की जा. 2K views, 18 likes, 0 loves, 1 comments, 1 shares, Facebook Watch Videos from Krishak Jagat: सोयाबीन की नई किस्मों को लगाने वाले किसान इंदौर (4 सितंबर ) : सोयाबीन की खेती में नुकसान के कई कारणनई किस्म की पौधे की ऊंचाई 95 सेमी है तथा इसके तने काफी मजबूत हैं. 06 नवम्बर 2023, नई दिल्ली(मधुकर पवार): प्याज के दाम बढ़े तो किसानों को भी. मानसून की शुरुआत से पहले, सोयाबीन के बीज का अंकुरण परीक्षण किया जाना चाहिए। किसान इसे अपने घर में टॉवल पेपर में कर सकते हैं या जूट के. कृषक जगत 23 अगस्त : किसानों की नियति में संघर्ष ही लिखा है। हर समय कुछ न कुछ मार झेलते रहते हैं । कभी प्रकृति की, तो कभी उचित दाम न मिलने की मार।@agri_tech #soyabean ki Variety, #best soyabean Variety soyabean ki badi soyabean ki kheti soyabean ki badi ke fayde soyabean ki fasal सोयाबीन की बडी. सोयाबीन की ‘एमएसीएस 1407’ किस्म कीट प्रतिरोधी भी है। यह गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई. Share. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. ब. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. पूसा मस्टर्ड-32 किस्म में इरुसिक एसिड की मात्रा बहुत कम है जिससे हृदय रोग का खतरा कम रहता है।. पौधों की दूरी 5 -7 सेमी एवं बुवाई की गहराई 2 -3 सेमी रखनी चाहिए. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. इसकी खेती से. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. सोयाबीन बारिश के मौसम की फसल मानी जाती है। सागर के युवा किसान ने गर्मी में सोयाबीन की अच्छी खासी पैदावार करके आसपास के किसानों को हैरान कर दिया है। यही. सोयाबीन एवं सोया उत्पादों की ताजा रिपोर्ट जारी हुई है। इस रिपोर्ट का असर नए सोयाबीन के भाव ( Soyabean Bhav report 2022 ) पर क्या पड़ेगा जानिए।चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. ) अधिकतम रेट (रु. जानिए सोयाबीन के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में । सोयाबीन में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। सोयाबीन के मदद. 33 लाख टन था। नई फसल की आवक के समय. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारत सोयाबीन की नवीन किस्म आर. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. 1012, पी. 335 सन 1994 में, जे. वहीं, ‘काशी पूर्वी’ की पैदावार भी पारंपरिक मटर के मुकाबले ज्यादा है. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. मक्का. सोयाबीन की देर से बुआई के लिए कितना सोयाबीन बीज उपयोग करना चाहिए. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर ने अपना 35 वां स्थापना दिवस मनाया। इसमें भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद के शीर्षस्थ अधिकारी डॉ. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা-जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. जिसमें सोयाबीन की जगह 0, 2. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. बैठक में सोयाबीन अनुसंधान केंद्र में ही विकसित सोयाबीन की किस्म NRC soybean ki kismen एनआरसी 150 किस्म (Soybean NRC 150 Variety) के उपयोग की अनुशंसा पहचान समिति. डॉ. सी. एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है और इसके बीज. के. मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अब एक और नई खुशखबरी जिससे इस वर्ष किसानों को जमकर फायदा मिलने वाला है मध्य प्रदेश की एनआरसी कि इन 3 वैरायटी (Soybean New variety 2023. प. एम डी व्यास,डॉ. 02 सितम्बर 2022, नई दिल्ली: उत्तराखंड में खरीफ में उगाने के लिए उपयुक्त सोयाबीन की किस्में (पहाड़ियों के लिए) – उत्तराखंड (पहाड़ियों) में खरीफ में उगाने के. कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल में तना मक्खी के संक्रमण की सूचना है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों को इसके. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. एस. आर. एस. Help Line- 6262166222. होम; वीडियोश्वेत क्रांति ने कमोबेश यही भूमिका दुग्ध उत्पादों के मामले में निभायी है। लेकिन, तिलहन के मामले में देश अभी भी अपनी आवश्यकता की पूर्ति से काफी पीछे है. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी June 2, 2021 June 2, 2021. सोयाबीन की नई किस्में (New Soybean Varieties): देश के किसानों की हालत में सुधार, उनकी आय में वृद्धि के उद्देश्य से कृषि वैज्ञानिक आधुनिक तकनीक और फसलों की उन्नत. राजमाता विजयाराजे सिंधिया एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के. 2. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’. जानें, सोयाबीन की फसल को सूखे से बचाने के कारगर तरीके. . Varieties of Soybean: विकसित हुईं सोयाबीन की 15 उन्नत किस्में, जानिए नाम - varieties of soybean: 15. भोयर के किसान सुरेश बापुराव गरमाडे ने sbg-997 सोयाबीन किस्म को कानूनी मान्यता दी है. Variety Of Soybean: सोयाबीन की ये किस्में करेंगी किसानों को मालामाल, बम्पर पैदावार कर कराएंगी भरपूर फायदा। सोयाबीन की ये कुछ खास किस्में हैं. सोयाबीन. सोयाबीन की तीन नई किस्मों को मध्य प्रदेश में मंजूरी मिली. कई राज्यों में इसकी बड़े पैमाने पर की जाती है. सोयाबीन पूर्वी एशियाई क्षेत्र के मूल पौधों के legume family से संबंधित है। सोयाबीन की फसल एक वार्षिक फसल है। यह मानव उपभोग, पशुधन चारा और उद्योगों जैसेसोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407-यह किस्म सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है साथ ही इस किस्मNew Research on Soybean : इंदौर के IISR ने विकसित की सोयाबीन की नई किस्म, यह अवांछित गंध से मुक्त हैjs 2034: यह सोयाबीन की नई किस्म 2034, 15 जून से लेकर 30 जून तक बुवाई कर लेनी चाहिए जो 85 से लेकर 90 दिनों में पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: समस्या: गेहूं की बाली में काफी फफूंदी आ जाती है, इसकी रोकथाम कैसे करें? – समाधान : गेहूं की बाली काली पड़ने का कारण. सोयाबीन में NPK 19, 19, 19 और इफको की सागरिका खाद, धनजाइम गोल्ड 30 ml प्रति 15 लिटर घोल/ एकड़ फसल की अच्छी ग्रोथ के लिए सबसे अच्छा प्रमोटर माना गया. मानसून की. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. 16 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सीएनएच ने आईसीएआर-सीआईटीएच श्रीनगर के साथ. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. . September 19, 2023 3:31 PM IST. सोयाबीन की उन्नत उत्पादन तकनीक, बुवाई के समय किये जाने वाले कार्य, मेढऩाली पद्धति से सोयाबीन की खेती, सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण. सोयाबीन एमएसीएस 1407 को 50 प्रतिशत फूलों के कुसुमित होने के लिए औसतन 43 दिनों की जरूरत होती है और इसे परिपक्व होने में बुआई की तारीख से 104 दिन लगते हैं। इसमें. नीता खांडेकर ने कहा कि विगत दो वर्षो से ख़राब मौसम के कारण सोयाबीन के बीजोत्पादन. यह किस्म देश के बासमती धान उगाने वाले समस्त क्षेत्र और सिंचित अवस्था में बुआई के लिए उपयुक्त मानी गई है। धान की यह सुगंधित मध्यम. अवधि- 90- 95 दिन. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. 5. 5 क्विंटल प्रति हैक्टेयर. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. 5 एवं 10 प्रतिशत की दर से दरदरी पिसी हुई अलसी मिलाकर पांच विभिन्न राशन बनाए गए. सोयाबीन - [वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय दलहन की फसल मानी जाती है। सोयाबीन दलहन की फसल है शाकाहारी. Soyabean varieties 2023 में सबसे ज्यादा डिमांड की जाने वाली सोयाबीन की प्रमुख किस्में कौन सी है, क्या ज्यादा सर्च किया जा रहा है, जानें. खेत की तैयारी के लिए किसान रबी फसल की कटाई (harvesting of rabi crops) के बाद मई के महीने में तीन वर्षों में एक बार गहरी जुताई, और आमतौर. भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान की निदेशक डॉ. 1569 Cedarglen Rd is a 2,088 square foot house on a 0. अवधि- 90- 95 दिन. सोयाबीन की नई फसल को इस बार भाव समर्थन मूल्य के आस-पास के भावों में बिकना शुरु हुआ है, जो वर्तमान में 3800 रु/q से लेकर अच्छी क्वालिटी का 5400. सोयाबीन की ये किस्मे देगी एक एकड़ में भरपूर पैदावार, किसानो की होगी बल्ले बल्ले। आपको बता दे की कुछ ही दिनों में सोयाबीन की बुआई शुरू. इस वैरायटी के उत्पादन के बारे में बात करें तो इसका एवरेज उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ तक है। यानि की एक बीघे में 6 से 7 क्विंटल तक आप. सोयाबीन -[वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय. उत्तर मैदानी क्षेत्र में सोयाबीन की किस्में जैसे पूसा 12, एनआरसी 130 अच्छी किस्म मानी जाती हैं। जबकि मध्य भारत जिसमें मध्य प्रदेश भी आता है वहाँ के लिए. सोयाबीन की नई फसल की आवक मंडियों में काफी कम है। अगस्त में बहुत कम बारिश की वजह से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में. खरीफ फसलों में पौध संरक्षण. चना की खेती करने से पहले चना की किस्मों (Chana ki kisme) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. प्रतिरोधी किस्म विकसित की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. डॉ. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. एच. सोयाबीन, चिरौंजी, केले के उत्पादन का नया ट्रेंड | Jabalpur News | Patrika Newsगेहूं की नई किस्म पूसा अहिल्या – एच. नई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’ (macs 1407) चर्चा में क्यों?. 20 करोड़. ये भी पढ़ें: सोयाबीन की नई किस्म से किसानों की चांदी सोयाबीन की बुवाई करने से पहले बीज का उपचार जरूरी है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने देश के अलग. भा. देश की प्रमुख मंडियों में सोयाबीन के मंडी रेट और आवक (14 सितम्बर 2022 के अनुसार) मंडी: आवक (टन में) न्यूनतम रेट (रु. प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. ikhedutputra ब्लॉग में आप सभी किशान भाईयो का तहे दिल से स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में भारत की बेस्ट 6 सोयाबीन की वैरायटी (Bharat Ki Top 6 Soybean Ki Varieties) के बारे में हम आज अधिक. नई सोयाबीन कि वैरायटी लेने के लिए संपर्क जरूर करें- 8319094817किसान भाइयों. सोयाबीन की दो नई किस्म विकसित जबलपुर। जवाहर लाल कृषि. इस किस्म से 10 क्विंटल तक अधिक उत्पादन. एस. Nagar, Zone - 1, Bhopal - 462011 Madhya Pradesh INDIA. 10 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो वर्ष 2021 – 22 में 4. तिलहनी फसलों में गंधक का महत्वसोयाबीन का दही बड़ा. पूसा 362 चना की इस किस्म (Chana Variety) की औसत उपज 25 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं एवं यह किस्म उत्तर भारत के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म के. Search for; Home; समाचार अपडेट. 9560 (js 9560). तना मक्खी का नियंत्रण. जे. प. सोयाबीन की बुवाई जून के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जाती है। ऐसे में सोयाबीन की बंपर पैदावार लेने के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्में. सोयाबीन की शीघ्र, मध्यम एवं अधिक समयावधि वाली किस्में तथा उनकी बीज उपलब्धता – सोयाबीन के बदलते हुए मौसम के परिप्रेक्ष्य एवं कीट/रोग. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. आई. Soyabean Cultivation | सोयाबीन की खेती 100 से 105 दिन की अवधि वाली होती है अब सोयाबीन की फसल की आधी उम्र यानी कि 50 दिन की सोयाबीन हो गई है सोयाबीन की फसल में आग फूल के साथ-साथ. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. सोयाबीन की खेती में नुकसान के कई कारण हैं, इनमें असामान्य मानसून,कीट और रोग के प्रकोप में वृद्धि, एक ही फसल चक्र को अपनाने के अलावा सोयाबीन की किस्म नहीं. केन्द्र, चंदनगांव, छिंदवाड़ा. तक होती है, बीज आकार में लम्बे (अंडाकार) एवं रंग हल्का पीला. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. California DRE #1522444. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात,. नई दिल्ली. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन Soyabean New Varieties अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. 12 जुलाई 2022, सोयाबीन खेती की समस्याएं और समाधान – वर्तमान में सोयाबीन उत्पादन को सीमित करने वाली प्रमुख समस्यायें निम्न हैं : 1. एस. के. Chaina agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी. भारत के कई राज्यों में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी है और कई जगहों पर अब भी बुवाई होने लग रही है। लेकिन किसान भाइयों को सोयाबीन की खेती करने से पहलेसोयाबीन की इन 7 नई किस्मों की हुई सिफारिश फसल से बढ़िया पैदावार लेने के लिए मिट्टी में पोषक तत्वों की जांच कर उपजाऊ क्षमता बड़ाए, यह. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. मध्यप्रदेश में किसान 100 दिन के ऊपर की किस्मों को लगाना पसंद नहीं करते हैं. सोयाबीन से बनने वाले मिसो , tempeh , natto आदि भी खमीरीकरण से ही तैयार किये जाते हैं। इसलिए ये पचने में आसान और फायदे मंद होते है। सोयाबीन का. सोयाबीन की नई किस्म एनआरसी 127 की सिफारिश | Kota News | undefined News | Patrika News होम इंडिया राज्य मनोरंजन खेल विश्व ऑटोमोबाइल गैजेट बिजनेस स्वास्थ्य धर्म. 29 जून 2022, भोपाल । इस साल सोयाबीन की बुवाई से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें – सोयाबीन ख़रीफ़ की एक प्रमुख फसल है जिसे किसान पिछले 5 दशकों से उगा रहे हैं। फसल के. Soyabean Farming: खरीफ फसलों की बुवाई का समय नजदीक आ रहा है. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. भारत दुनिया के. किस्म विकसित की है. 1569 सोयाबीन की किस्म। soyabean variety. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारतसोयाबीन की नवीन किस्म आर. सोयाबीन की यह प्रजाति 2019 में विकसित की गई है| यह किस्म 111 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इसका उत्पादन 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है | सोयाबीन की यह किस्म लगभग मध्यम अवधि लगभग इनका 91-94 दिवस में आने वाली तथा मोजेक निरोधक किस्म के गुण के कारण जो कि आज की बहुत बड़ी समस्या. सोयाबीन बीज की जीवन क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत प्रबंधन तकनीकें. देश/विदेश अपडेटवर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. Kisan भाईयों ने विकसित की Brinjal की नई किस्म, अब देश विदेश में होगी अंधारवाड़ी के बैंगन की खेती : Kisan Bulletin : Grameen Newsबिरसा कृषि विश्वविद्यालय में विकसित सोयाबीन की उन्नत किस्म. 0, 7. 84 लाख टन रह सकता है जबकि पिछले साल 109. Monday: By appointment Tuesday: By appointment. सोयाबीन की पैदावार बढ़ाने के 5 उपाय, जानिए. उमाशंकर मिश्र Twitter handle: @usm_1984 जालंधर : रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में. सोयाबीन की नई किस्म विकसित की गई अब एक एकड़ में मिलेगा 39 क्विंटल उत्पादन।. जानिए सोयाबीन की नई किस्म के बारे में, किस समय करें बुवाई और. भारत सरकार द्वारा इसी वर्ष अधिसूचित 95 दिनों की समयावधि में पककर औसतन 2 टन/हेक्टेयर उत्पादन क्षमता वाली इस किस्म में पीला मोजेक एवं चारकोल रॉट. विगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ?सोयाबीन किस्म जे. वहीं सोयाबीन दलहनी फसल होने के बावजूद तिलहन की फसल मानी जाती है. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newजाने सोयाबीन की कोन सी किस्म रहेगी आप के लिए सही (2023) जाने जैविक खेती क्या है और कैसे की जाती हैनई दिल्ली. रतलाम से बामुश्किल चालीस कोस दूर जनजाति बाहुल्य रावटी और बाजना गाँव। 6 साल पहले यहाँ की बंजर जमीन पर घास भी नहीं उगती थी। अब इसी जगह यहाँ आम के लगभग पचास. 193 views, 18 likes, 0 loves, 0 comments, 9 shares, Facebook Watch Videos from India Science TV Channel: "जन विज्ञान'’ के इस अंक में देखिये - अधिक उपज देने वाली सोयाबीन की नई किस्म विकसित, कोरोना. जड़ सडऩ. यहां बता दें कि सोयाबीन जैसी नियमित तेल वाली फसलों की तुलना में धान में प्रति किलोग्राम कम तेल उपज के बावजूद, धान का प्रति हेक्टेयर. #js 2117 सोयाबीन की नई वैरायटी सबसे अच्छा उत्पादन देने वाली वैरायटी कम बारिश. देश में किसानों की आय बढ़ानसोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. कर्नाटक. सोयाबीन बोने का सही समय चुनना. 1042। इनमें से जे. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. ps 1569 सबसे ज्यादा पैदावार देने वाली सोयाबीन किस्म सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. 23-2 डी. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. सोयाबीन एक बहुगुण सम्पन्न दलहनी एवं तिलहनी फसल है। इसके बीज में 40-43. उन्होंने कहा, ‘‘सोयाबीन की इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि बुआई के बाद इसकी फलियों में दाना भरते समय 20-25 दिन बारिश न होने पर भी यह. 23 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: आसियान-भारत बाजरा महोत्सव 2023 इंडोनेशिया के. एस. सोयाबीन. . कर्नाटक. डॉ. 97-52 (j. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. वर्ष 2005 में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार द्वारा हरित क्रांति-कृषोन्‍नति योजना (Green Revolution Krishonnati Yojana) की शुरुआत. SI.